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बिश्लेषण

Analysis of Quarterly and Half Yearly Results तिमाही व छमाही नतीजों  का बिश्लेषण 

साधारणतः कंपनी का साल १ अप्रैल (1st April) को शुरू होता है और वर्ष की समाप्ति होती है ३१ मार्च (31st March) को। तिमाही का अर्थ १ अप्रैल से ३० जून (1st April to 30th June), इसी तरह छमाही का अर्थ १ अप्रैल से ३० सितम्बर। हमारे देश में सेबी (SEBI यानि Securities & Exchange Board of India) सभी लिस्टेड कंपनियों (Listed Companies) को आदेश दे रखी है कि वे प्रत्येक तिमाहिं के नतीजे अनिवार्य रूप से (Compulsorily) प्रकाशित (Publish) करें। नतीजे प्रकाशित करने के प्रारूप निम्न हैं जो की Clause 41 of SEBI Act कहाजाता है। 

Quarterly Result तिमाही नतीजे -

पहली तिमाही नतीजा अर्थात जून १५ (June 2015)

Half Yearly Result छमाही या अर्ध वार्षिकी नतीजे -

दूसरी तिमाही या अर्द्ध बार्षिकी नतीजा अर्थात सितम्बर १५ (September 2015)

Nine Month Result नौवे माह के नतीजे -

नौमाही नतीजा अर्थात दिसंबर १५ (December 2015)

Annual Result बार्षिक नतीजे -

चतुर्थ तिमाही और बार्षिक नतीजा अर्थात मार्च १५ (March 2015)

आइए अब हम अल्ट्रा टेक सीमेंट (Ultra Tech Cement) के तिमाही, छमाही व बार्षिक नतीजों के कुछ अंशों को लेते हैं और उसके एक-एक मद का बिश्लेषण व बिबेचन करें। यहाँ नतीजे का अर्थ कंपनी के लाभ-हानि खाते से है। लाभ-हानि खाता जो कि कंपनी के प्रगति का मापक होता है। 
अब हम Sep'15 का बिश्लेषण व बिबेचन करते हैं।

Income Part आय वाले भाग 

1. Net Sales / Income From Operation शुद्ध बिक्रय / ऑपरेशन से आय -

शुद्ध बिक्रय अर्थात बिक्रय कर व वापसी (CST यानि Central Sales Tax, VAT यानि Value Added Tax व Sales Return) इत्यादि घटाने के बाद की बिक्री। 
ऑपरेशन से आय अर्थात सेवा प्रदान करनेवाली कंपनी (Service Provider Company) के मुख्या गतिबिधि (Main Activity) से आय। 
शुद्ध बिक्रय व ऑपरेशन से आय का बिश्लेषण आवश्यक है कि पिछली तिमाही या बर्षों में कितना बढ़ा या घटा है जैसे की सितम्बर २०१५ में 5620.88 है जबकि जून २०१५ के तिमाही में यह 6021.38 था अर्थात 6.65% काम बिक्री है। इसी प्रकार सितम्बर २०१४ में 5381.80 यानि 4.44% से ज्यादा बिक्री है।
इसी प्रकार समान इंडस्ट्री के अन्य कंपनियों के बिक्री की प्रतिशत और मार्केट ट्रेन्ड का बिश्लेषण भी आवश्यक है। 

2. Other Operating Income ऑपरेशन से अन्य आय - 

कंपनी के मुख्य गतिबिधि के अतिरिक्त होनेवाली आय। यह आय अस्थाई आय होता है और इस आय से कंपनी के प्रगति का आकलन नहीं किया जा सकता जबतक कि यह सुनिश्चित नहीं होता कि स्थाई आय है ।

3. Total Income From Operation ऑपरेशन से कुल आय - 


संक्षेप में, अन्य आय के अतिरिक्त होने वाली आय व सुद्ध बिक्रय। 

Expenditure Part व्यय वाले भाग 

1. Consumption of Raw Material कच्चे माल की खपत - 

कच्चे माल का भाव (Raw Material Rate / Price) क्या उसी अनुपात में बढ़ा या घटा है जिस अनुपात में बिक्रय? क्या इंडस्ट्री के अन्य कंपनियों का Purchase price या उनका खपत कम या ज्यादा है तो इससे प्रबंधन की शकुशलता या अकुशलता को दर्शाता है। 

2. Purchase of Traded Goods कारोबारी माल की खरीद -

उपरोक्त की तरह कारोबारी माल का बिश्लेषण भी आवश्यक है। 

3. Increase / Decrease in Stock / Inventory स्टॉक में वृद्धि / कमी -

स्टॉक में बृद्धि से यह ज्ञात होता है कि कंपनी ने जितना उत्पादन (Manufacture / Production) किया बिक्री उससे कम किया वहीं स्टॉक में कमी उल्टा होता है। 

4. Power and Fuel बिजली और ईंधन -

क्या बिजली और ईंधन की खपत पिछले तिमाही या साल, इंडस्ट्री के अन्य कंपनियों की तुलना में या प्रति इकाई (Per Unit) दर कम, ज्यादा या बराबर है और क्या ये उसी अनुपात में बढ़ा, घटा या बराबर है। 

5. Employee Cost कर्मचारी लागत -

कर्मचारी लगत की भी उपरोक्त की तरह बिश्लेषण आवश्यक है। 

6. Depreciation मूल्यह्रास -

मूल्यह्रास की भी उपरोक्त की तरह बिश्लेषण आवश्यक है।


7. Other Expense अन्य खर्चे -

अन्य खर्चों की भी उपरोक्त की तरह बिश्लेषण आवश्यक है।

8. P/L Before Other Income, Interest, Exceptional Items and Tax लाभ और हानि अन्य आय, ब्याज , असाधारण आइटम और कर के पूर्व -

लाभ और हानि अन्य आय, ब्याज , असाधारण आइटम और कर के पूर्व का अर्थ कुल आय में से ऑपरेशन के खर्चे घटने के बाद बची हुई शेष लाभ या हानि। इसका भी अनुपातिक बिश्लेषण आवश्यक है। 

9. Other Income अन्य आय -

अन्य आय जून २०१५ में 99.94 है जबकि सितम्बर २०१५ में यह 55.75% घाट कर 44.22 रह गई है। अन्य आय एक ऐसा मद है जो अक्सर लोगों को धोखा दे जाता है। साधारणतः यह आय अस्थाई प्रबृत्ति का होता है। कभी-कभी कंपनी अपने पुराने निवेशों या प्लांट व मशीनरी (Plant and Machinery) इत्यादि को बेचने से होनेवाली लाभ या हानि को इस मद में रखने से नतीजों में उलट फेर होता है। इस मद में हुई बढ़ोत्तरी अस्थाई होती है। अतः बिश्लेषण में इसे नजरअंदार नही किया जा सकता।

10. P/L Before Interest, Exceptional Items and Tax लाभ और हानि ब्याज , असाधारण आइटम और कर के पूर्व -

यह मद अन्य आय को जोड़कर लाभ और हानि बताता है। 

11. Interest ब्याज -

ब्याज का उत्पादन प्रक्रिया (Production Process) से कोई सम्बन्ध नहीं होता इसलिए इसे अलग मद में रखते हैं। ब्याज शेयर धारकों (share holders) के लाभांश (Dividend) को बढ़ाता भी है और घटाता भी है।

13. Exceptional Items असाधारण आइटम -

यह लाभ भी ही सकता है और हानि भी, आकस्मिक व अस्थाई स्वभव का होता है तथा इसपर नजर रखना आवश्यक है।

14. Profit Before Tax लाभ और हानि कर के पूर्व -

बिश्लेषण आवश्यक। 

15. Tax कर -

16. PAT (Profit After Tax or Net Profit) लाभ और हानि कर के बाद -

यही वो लाभ या रकम है जिस पर हर निवेशक की नजर होती है। यहीं से कंपनी, उसका उत्पाद, उसके प्रबंधन की कुशलता व अकुशलता प्रदर्शित होती है। इससे लाभांश दिया जा सकता है, पूंजी बढ़ती है, कंपनी  बिस्तर या अन्य कंपनी के अधिग्रहण के लिए प्रयोग होता है या ऋण चुकाई जाती है। इसका बिश्लेषण अति आवश्यक है।  

इसके बाद बरी आती है EPS, PE Ratio आदि की। 

कृपया हिंदी को सुधरने में हमारी मदद करें। आपके सुझाव व टिप्पणी हमारे लिए अति मूल्यवान है। 

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